नशे की लत
नशीले पदार्थ का सेवन थोड़ी मात्रा में भी शरीर को नुकसान पहुंचाता है, लेकिन जब यह लत बन जाता है तो स्थिति काबू से बाहर होने लगती है। लत का मतलब है कि जिस चीज की लत है, वह जब तक न मिले, पीड़ित बेचैन और असामान्य रहता है। जब वह चीज उसे मिल जाए तो वह सामान्य लगने लगता है लेकिन असल में वह अंदर से बेहद कमजोर और बीमार हो चुका होता है।
लत हर चीज की बुरी होती है। ऐसा ही नशे की लत के विषय में भी है, जरा-जरा और कभी-कभी करके कब हमारी लत जरूरत बन जाती है, पता ही नहीं चलता। हम नशे के गुलाम बनकर रह जाते हैं। दिमाग में नशे का घंटा बजते की कदम खुद-ब-खुद उसी तरफ बढ़ने लगते हैं। जबकि हर व्यक्ति जानता है कि नशा स्वास्थ्य के लिए हानिकार होता है, लेकिन फिर भी वह नहीं रुकता।
धीरे-धीरे यह स्थिति यह हो जाती है कि नशेड़ी व्यक्ति खुद चाहकर भी उसे नहीं छोड़ पाता। वह तिल-तिल कर मरने पर मजबूर हो जाता है। यहां तक कि उस व्यक्ति के परिवारजन भी उससे बेहद दुखी और परेशान रहने लगते हैं। इसलिए वक्त रहते नशाखोरी से मुक्ति पा लेना जरूरी है। यानी नशे की लत पर काबू पा लेना जरूरी है।
ORELIFE का निर्माण कई शोध और विश्लेषण के बाद किया गया है। ORELIFE नशा की आदत को ठीक करने और कई लोगों की जान बचाने के लिए एक प्रभावी उपाय साबित हुआ है। ORELIFE में उल्लिखित जड़ी-बूटियों के अध्ययन करके शोधकर्ताओं ने इसे और प्रभावशाली बनाया है। यह सबसे अच्छा उपायों में से एक है जो व्यसनों को छोड़ने में सहायता करता है।
लत के परिणाम
नशीले पदार्थ की लत के भविष्य में कितने घातक परिणाम सामने आ सकते हैं, इसका अंदाजा इसे लेने वाला व्यक्ति नहीं लगा सकता। नशे की लत से केवल नशेड़ी ही नहीं, बल्कि उसके परिवार वाले भी दुखी रहते हैं। वे भी मानसिक प्रताड़ना झेल रहे होते हैं। रिश्तेदारी, आस-पड़ोस व समाज में शराबी व्यक्ति की और शराबी व्यक्ति के परिवारजनों की कोई इज्जत नहीं होती।
इसके अलावा स्वास्थ्य नुकसान की बात करें, तो अधिक मदिरापान करने से किडनी पर बहुत असर पड़ता है। हमारी बॉडी में एक ऐसा हार्मोन होता है, जो किडनियों को अधिक मात्रा में यूरिन बनाने से रोकता है और शराबी व्यक्ति का दिमाग उस हार्मोन को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे यूरिन संबंधी समस्या आ सकती है।
अल्कोहल को पचाने का काम शरीर में जाने के बाद अल्कोहल को प्रोसेस करने का काम लिवर करता है। बॉडी में अल्कोहल को पचाने से संबधित सारी प्रक्रिया लिवर करता है और इसी माध्यम से अल्कोहल में मौजूद टॉक्सिन्स, लिवर तक भी पहुंच जाते हैं। जिस वजह से लिवर फूल जाता है और इस समस्या को फैटी लिवर कहते हैं, जोकि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
लत से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय
तुलसी की कोमल पत्तियों को रोजाना सुबह-सुबह चबायें। इससे आपके शरीर और मन के अंदर की सभी गंदगी साफ होंगी और धीरे-धीरे आप खुद ही शराब से दूर होने लगेंगे।
करेले के पत्तों का रस निकाल कर, इसे दो चम्मच छांछ में मिलाकर रोजाना सुबह खाली पेट पियें। यह नुस्खा आपकी बॉडी से विषैले पदार्थ को बाहर निकाल देगा और आपकी शराब पीने की इच्छा को भी कम कर देगा।
जब भी शराब पीने की इच्छा परेशान करे, तो आप एक काम करें। एक चम्मच शहद में अदरक की 2 से 3 बूँदें मिलाकर सेवन करें। तुरन्त आपकी शराब पीने की इच्छा मर जायेगी।
एक और सबसे आसान उपाय करें कि आप रोजाना अंगूर खायें, क्योंकि शराब अंगूर से ही बनी होती है, इसलिए इसे खाने से खुद-ब-खुद आपकी शराब की आदत छूट जायेगी।
150 ग्राम अजवाइन को दो लीटर पानी में डालकर अच्छे से उबालें, जब तक पानी की मात्रा आधी ना रह जाये। इसके बाद इस पानी को ठंडा होने पर किसी साफ कांच की बोतल में भरकर रख लें। दिन में दो बार आधा गिलास इस पानी को पिएं। धीरे-धीरे आपकी शराब की लत छूट जायेगी।
इन नुस्खों के अलावा आप कुछ बातों का ध्यान रखें जैसे- खुद को व्यस्त रखें, ताकि आपको शराब पीने के लिए समय ही ना मिल सके, एकांत में ना रहें, परिवार के साथ समय अधिक बितायें, अधिक देर तक भूखे ना रहें, क्योंकि खाली पेट शराब की लत ज्यादा परेशान करती है।